IMD High Alert – देशभर में मानसून ने इस बार जबरदस्त रफ्तार पकड़ी है। लेकिन अब भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 16 जुलाई से शुरू होने वाली भारी बारिश और तेज हवाओं को लेकर एक बड़ा अलर्ट जारी किया है। कई राज्यों में 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है, साथ ही 3 दिन तक लगातार मूसलधार बारिश हो सकती है। IMD का यह हाई अलर्ट न केवल किसानों, बल्कि आम नागरिकों, विद्यार्थियों और दफ्तर जाने वालों के लिए भी बेहद जरूरी है। पिछले कुछ वर्षों में हमने देखा है कि ऐसे मौसमी बदलाव न केवल जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर देते हैं, बल्कि कई बार जान-माल का नुकसान भी कराते हैं। ऐसे में इस बार का यह अलर्ट समय रहते जरूरी तैयारियां करने का इशारा दे रहा है। आइए जानते हैं इस अलर्ट से जुड़ी सारी जरूरी बातें, कौन-कौन से राज्य होंगे प्रभावित, क्या-क्या एहतियात बरतनी चाहिए और आपके जीवन में इसका क्या असर पड़ेगा।
किन राज्यों में जारी हुआ है IMD का हाई अलर्ट?
IMD ने कई राज्यों को रेड और ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी दी है। भारी बारिश और तेज हवाएं इन क्षेत्रों में सबसे अधिक प्रभाव डाल सकती हैं:

- महाराष्ट्र (खासकर कोकण और विदर्भ क्षेत्र)
- गुजरात (दक्षिण और मध्य गुजरात)
- मध्य प्रदेश (पश्चिमी और पूर्वी हिस्से)
- छत्तीसगढ़
- उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश
- उत्तर प्रदेश (पूर्वी इलाके)
- बिहार और झारखंड
- पश्चिम बंगाल के कुछ इलाके
प्रभावित जिलों की संभावित सूची
राज्य | प्रमुख प्रभावित जिले | अलर्ट का प्रकार | अनुमानित बारिश (मिमी) |
---|---|---|---|
महाराष्ट्र | मुंबई, ठाणे, रत्नागिरी, पुणे | रेड | 150-200 मिमी |
गुजरात | सूरत, वलसाड, अहमदाबाद | ऑरेंज | 100-150 मिमी |
मध्य प्रदेश | इंदौर, भोपाल, जबलपुर | रेड | 120-180 मिमी |
छत्तीसगढ़ | रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर | ऑरेंज | 90-130 मिमी |
उत्तराखंड | देहरादून, टिहरी, पौड़ी | रेड | 100-140 मिमी |
उत्तर प्रदेश | वाराणसी, गोरखपुर, बलिया | ऑरेंज | 80-110 मिमी |
बिहार | पटना, भागलपुर, गया | ऑरेंज | 90-120 मिमी |
झारखंड | रांची, धनबाद, बोकारो | ऑरेंज | 100-130 मिमी |
70 किमी/घंटा की हवाएं – कितना बड़ा खतरा?
जब हवा की गति 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचती है, तो यह कई तरह की दिक्कतें ला सकती है:

- बिजली के खंभे और पेड़ गिरने का खतरा
- टिन की छतों के उड़ने की आशंका
- दोपहिया और हल्के वाहन पलट सकते हैं
- मोबाइल टावर और अस्थायी निर्माण ढह सकते हैं
- बच्चों और बुजुर्गों को बाहर जाने से रोकना जरूरी
एक असली अनुभव
भोपाल के निवासी अमित शर्मा बताते हैं – “पिछले साल अगस्त में ऐसी ही तेज हवाएं आई थीं, हमारी छत की टीन की शेड उड़ गई और बिजली दो दिन तक गुल रही। अगर पहले से चेतावनी मिल जाती तो हम खुद को और घर को सुरक्षित कर सकते थे।”
किसानों के लिए खास चेतावनी
इस मौसम का सबसे बड़ा असर खेती-किसानी पर पड़ता है। भारी बारिश और तेज हवाएं इन फसलों को नुकसान पहुंचा सकती हैं:
- धान की बुआई प्रभावित हो सकती है
- गिरी हुई बारिश से खेतों में जलभराव हो सकता है
- कटी हुई फसलें या सूखने के लिए रखे अनाज भीग सकते हैं
- मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर रखना जरूरी
जरूरी उपाय:
- खेतों में जल निकासी की व्यवस्था पक्की करें
- ट्रैक्टर, बीज और खाद को सुरक्षित स्थान पर रखें
- मोबाइल पर मौसम अलर्ट चालू रखें
आम लोगों को क्या एहतियात बरतनी चाहिए?
हर व्यक्ति को इन 3 दिनों में कुछ खास सावधानियां बरतनी चाहिए:
- घर से बाहर निकलने से पहले मौसम अपडेट जरूर चेक करें
- छाता और रेनकोट हमेशा साथ रखें
- खुले में वाहन खड़े न करें, सुरक्षित पार्किंग का इस्तेमाल करें
- पुराने या कमजोर पेड़ों के नीचे खड़ा होना टालें
- बिजली के तारों से दूरी बनाए रखें
स्कूल-कॉलेज और ऑफिस जाने वालों के लिए सुझाव
बारिश के दिनों में बच्चों की सुरक्षा सबसे जरूरी होती है। कुछ सुझाव:
- स्कूल प्रशासन को पहले से छुट्टियों की सूचना देनी चाहिए
- छात्रों को स्कूल भेजने से पहले मौसम की स्थिति जरूर जांचें
- दफ्तर जाने वालों को भी ट्रैफिक और जलभराव की संभावना को देखते हुए प्लानिंग करनी चाहिए
क्या सरकार ने किए हैं कोई इंतजाम?
राज्य सरकारें और नगर निगम इस बार अलर्ट मोड में हैं:
- NDRF और SDRF की टीमें तैनात
- ड्रेनेज सिस्टम की सफाई तेज़ी से की जा रही है
- संवेदनशील इलाकों में चेतावनी जारी की गई है
- रेलवे और रोडवेज को भी सतर्क किया गया है
व्यक्तिगत स्तर पर तैयारी कैसे करें?
- घर में इमरजेंसी किट रखें: टॉर्च, बैटरी, रेडियो, सूखा खाना, पानी
- मोबाइल पूरी तरह चार्ज रखें
- परिजनों को अलर्ट करें और आपसी संपर्क बनाए रखें
- यदि घर के पास नाले या नदी है, तो सावधानी और बढ़ा दें
IMD का 16 जुलाई से जारी अलर्ट सिर्फ मौसम की जानकारी नहीं है, ये एक चेतावनी है जो हमें पहले से सतर्क रहने का मौका देती है। अगर हम समय रहते जरूरी कदम उठा लें – चाहे हम किसान हों, स्टूडेंट, नौकरीपेशा या गृहिणी – तो इस प्राकृतिक संकट को बिना किसी नुकसान के पार किया जा सकता है। मौसम का मिजाज कब बदल जाए, कहा नहीं जा सकता, लेकिन तैयारी हमारे हाथ में है। इसी से हमारी सुरक्षा तय होती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. 16 जुलाई से शुरू होने वाली बारिश कितने दिन चलेगी?
लगातार 3 दिन तक तेज बारिश और हवाएं चलने की संभावना है।
2. क्या सभी राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है?
नहीं, सिर्फ कुछ राज्यों जैसे महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, यूपी, बिहार आदि को अलर्ट में शामिल किया गया है।
3. तेज हवाओं से क्या-क्या नुकसान हो सकता है?
बिजली के खंभे, पेड़ गिर सकते हैं, छतें उड़ सकती हैं और हल्के वाहन पलट सकते हैं।
4. किसानों को क्या सावधानी रखनी चाहिए?
जलभराव से फसलों को बचाएं, बीज और उपकरण सुरक्षित स्थान पर रखें।
5. क्या स्कूल और दफ्तर बंद रहेंगे?
स्थिति के अनुसार स्कूल प्रशासन और राज्य सरकारें निर्णय ले सकती हैं, लेकिन अभी कोई आधिकारिक आदेश नहीं आया है।